Babu Manguram Aur Aadi Dharma Mandal Andolan (Hindi) - HARDCOVER
Babu Manguram Aur Aadi Dharma Mandal Andolan (Hindi) - HARDCOVER
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यह पुस्तक हिंदी में पहली बार बाबू मंगूराम और आदि /ार्म मंडल आंदोलन का साक्षात्कार करा रही है । यह एक जीवनीपरक शो/ा अ/ययन है । पुस्तक पंजाब के उस ऐतिहासिक, क्रांतिकारी कालखंड में घुसकर, समय को खंगालकर एक ऐसा दलित सांस्कृतिक अस्मिता का साक्षात्कार कराती है जो प्राय% लुप्त होता गया या सचेतन रूप से कर दिया गया । पंजाब में शूद्र एवं अछूत समुदाय ने जातिप्रथा का दंश झेलते हुए अपने को सिख /ार्म से अलग करने की उद्घोषणा कर दी थी । न केवल अलग होने की उद्घोषणा बल्कि उसके समानांतर 1926 में होशियारपुर में ‘आदि /ार्म मंडल’ की नींव रखी । सिख /ार्म के पवित्र गं्रथ गुरु ग्रंथ साहिब की ही तरह शूद्रों एवं दलितों के पवित्र ग्रंथ आदिप्रकाश की नींव रखी । यह एक ऐसा क्रांतिकारी कदम था जो भारत के इतिहास में पहले कभी घटित नहीं हुआ था । इस ‘आदि /ार्म मंडल’ आंदोलन की नींव रखी थी बाबू मंगूराम ने । बाबू मंगूराम ने जैसे पंजाब के ठहरे हुए जातिवादी तालाब में कंकर मारकर समाज की बुनियाद को हिला दिया था । उन्हीं के क्रांतिकारी कारनामों, आंदोलन की घटनाओं, अत्याचारों और प्रतिरो/ाों का विवरण एवं विश्लेषण प्रस्तुत पुस्तक में किया गया है । किस प्रकार से समस्त शूद्र एवं दलित जातियों ने एकताबद्ध होकर 1931 की जनगणना में अपने को सिख न लिखकर आदि धर्मी लिखा था (लगभग पांच लाख लागों ने) । यह भारत की समस्त शूद्र एवं दलित जातियों के लिए एक उदाहरण था । यह एक अनिवार्य पुस्तक है जिसे सभी मानवा/िाकारों के लिए संघर्षशील विद्वानों, चिंतकांे, कार्यकर्ताओं और शो/ाार्थियों को अवश्य पढ़ना चाहिए ।
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